इस योजनाका मकसद उत्तर प्रदेश की हर बेटी को सही पालन पोषण देना और ज्यादा से ज्यादा बेटियों को शिक्षित करना है
बता दें योजना के तहत उत्तर प्रदेश में बेटी के जन्म पर उसके माता-पिता को आर्थिक मदद दी जाति है और बेटी की पढ़ाई के दौरान भी सरकार उनकी मदद करती है
योजना का मकसद प्रदेश में कन्या भ्रूण हत्याओं पर रॉक लगाना है तो कितने रुपए तक दी जाति है आर्थिक मदद और किस तरह आप उठा सकते हैं इस योजना का लाभ आई जानते हैं
तो योजना शुरू हुई थी साल 2017 में जिसके तहत प्रदेश में बेटी की जन्म पर उसके माता-पिता को ₹50000 का एक बेटी के जन्म के वक्त दिया जाता है
21 साल में मैच्योर होकर 2 लाख हो जाता है इतना ही नहीं जन्म के समय ही बेटी की मां को अलग से 5100 दिए जाते हैं ताकि वो अच्छे से बच्ची का पालन पोषण कर सके
इसके बाद जब वो बच्ची कक्षा छह में प्रवेश करती है तो 3000 की मदद कक्षा आठ में प्रवेश करने पर 5000 दसवीं में 7000 की मदद और बच्ची के 12वीं में पहुंचने पर 8000 रुपए बेटी के खाता में जमा किया जाते हैं
बेटी की जन्म के 1 महीने के अंदर ही आंगनवाड़ी केंद्र में पंजीयन करना अनिवार्य होगा बच्चे की शिक्षा सरकारी स्कूल में हो और बेटी की शादी 18 साल से पहले नहीं हनी चाहिए सरकारी कर्मचारीयोजना का लाभ नहीं
सबसे पहले तो बता दें योजना में रजिस्ट्रेशन के लिए कोई फीस नहीं लगती है योजना का आवेदन फॉर्म अपने के लिए आपको सबसे पहले महिला एवं बाल विकास विभाग उत्तर प्रदेश की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा
आप उत्तर प्रदेश भाग्यलक्ष्मी योजना एप्लीकेशन फॉर्म का पीएफ डाउनलोड कर प्रिंट कर सकते हैं इसके बाद इसमें पूछी गई सभी जरूरी जानकारी भर दे और सभी जरूरी दस्तावेज जैसे आई प्रमाण पत्र जाति प्रमाण पत्र
बैंक अकाउंट पासबुक और माता पिता के आधार को इसके साथ अटैक कर दें और इस आवेदन फॉर्म को अपने नजदीकी आंगनवाड़ी केंद्र या फिर महिला कल्याण विभाग के कार्यालय में जमा कर दें
बस योजना में रजिस्ट्रेशन का प्रोसेस यही खत्म हो जाता है लेकिन अब अगर आप इस योजना के लिए आवेदन पहले से ही कर चुके हैं और अभी तक कोई जानकारी नहीं मिली है तो आप इसके स्टेटस की जानकारी जहां