Balaji Wafers Owner Net Worth ₹90 महीने की सैलरी से अपने करियर की शुरुआत करने वाले शख्स को अगर 4000 करोड़ का ऑफर मिले और वो ठुकरा दे तो क्या कहेंगे अपने प्रोडक्ट की क्वालिटी और सिर्फ अपने व्यवहार के दम पे बड़ी-बड़ी कंपनी है आप जिन्होंने पिछले साल 3000 करोड़ से ज्यादा का टर्नओवर किया और ये टर्नओवर कोई सोना चांदी बीच के नहीं बस चिप्स और नमकीन बीच के किया है तो आज बात करेंगे Balaji Wafers Owner Net Worth और उनके फाउंडर चंदू भाई विरानी की हर
व्यक्ति के लिए जो ये मानता है की सफलता संघर्ष और साफ नित से मिलती ही मिलती है
एक किसान ने कैसे खड़ी कर दी 4000 करोड़ की कम्पनी Balaji Wafers Owner Net Worth 2024
शुरुआत करते हैं बालाजी और चंदू भाई विरानी से जिसकी नस-नस में हो बिजनेस वह है गुजराती तो एक कहानी चालू होती है गुजरात के एक छोटे से गांव धोराजी से जो की जामनगर के नजदीक है यहां पे पोपट रामजी भाई विरानी अपने तीन बेटो के साथ खेती किया करते थे लेकिन वहां पे काल आया खराब मौसम की वजह से जब फसल खराब हो गई उन्होंने कहा भैया खेती में कुछ बच्चा नहीं है जमीन बीच के कुछ और कम करते हैं तो 1972 में इन्होंने अपनी जमीन बची और 20000 रुपए मिले जो की उसे जमाने में बहुत बड़ी बात थी तो इनका ऐसा कुछ बिजनेस करते हैं तो इन्होंने क्या कहा की चलो फॉर्म इक्विपमेंट खाद बी का कम करते हैं हमें यही तो आता है लेकिन उसे समय इनके साथ थोड़ा धोखा हो गया थोड़ा इनको बिजनेस की नॉलेज नहीं थी तो भैया वो पैसा तो भाई खत्म हो गया देखा भैया पेट पालने के लिए परिवार चलने के लिए कुछ तो करना पड़ेगा अब गांव में तो कुछ है ही
नहीं जमीन भी नहीं रही तो ये पूरे परिवार समेत पहुंच गए राजकोट उसे समय चंदू भाई जी की उम्र थी मंत्र 15 साल जब एक भाई गुजरात पहुंचे तो उन्होंने एक मैच चालू की यार एक कॉलेज में बच्चों को खाना खिलाएंगे लेकिन वो चीज भी नहीं चली उसमें भी प्रॉफिट नहीं हुआ फिर इन्होंने कहा मजबूरी में एक सिनेमा हाल था अस्त्रों सिनेमा वहां चंदू भाई को गेटकीपर की नौकरी मिली और सब परिवार धीरे-धीरे छोटी-मोटी जब में भाई सेटल हो गया लाइफ और बिजनेस लेसन नंबर वन पहले बिजनेस में पहले व्यापार में जरूर ही नहीं है आपको सफलता मिले सोचो खेती करते थे खेती नहीं चली फिर इक्विपमेंट में वो नहीं चला भैंस में है मिस नहीं चला अब जब करने ग गए कर बिजनेस चेंज किया लेकिन अभी तक वेफर्स के आसपास नहीं पहुंचे हैं लेकिन अंदर जो कमाने की आज थी की कुछ करना है
जो छोटे मोटे जो-जो कम बताते जाते थे वो सारे कम करता था नखरे नहीं करता था की ये नहीं करूंगा तो थिएटर के ओनर ने सोचा यार ये तो मेहनती लोग है एक कम करते हैं थिएटर की कैंटीन का ठेका इन्हीं को दे देते हैं इनको मिल गया थिएटर की कैंटीन का ठेका अब थिएटर में भैया इंटरवल में क्या बेचे तो इन्होंने कहा परिवार है मसाला सैंडविच बनाकर बेचा
balaji wafers owner family में दूसरे भाई को बोला परिवार की महिलाओं को बोला यार तुम बना लेकिन उनमें से किसी को चिप्स बनाना आता ही नहीं तो बनाते टाइम तो किसी से नमक ज्यादा किसी से नमक कम किसी ने जल दी किसी ने कच्ची छोड़ दी बड़ी दिक्कत है यार लेकिन balaji wafers owner चंदू भाई ने कहा कोई बात नहीं खराब हो रहा है तो माल खराब होने दो दो बार बना तीन बार बना सीखो तो सही और ऐसे करके धीरे-धीरे परिवार में
दो-चार लोग और बनाना सिख गएbalaji wafers owner चंदू भाई फ्री हुए अब चंदू भाई फ्री हो गए तो चंदू भाई ने गए एक ही कैंटीन में क्यों बेचना दो तीन में बेचते हैं तो आसपास के थिएटर में बात कारी तीन थिएटर में बात हो गई वहां बेचना चालू किया अब इन्होंने कहा तीन थिएटर भी क्यों बेचे और आसपास की रिटेलर भी ढूंढ लेते हैं तो साइकिल से दुकानों पे जान लगे वहां पे चिप्स बेचे लगे फिर साइकिल से थोड़ी डर बाइक ना है बाइक से थोड़ा और दूर जाके बेचे ग गए तो धीरे-धीरे कम थोड़ा फेल गया अब जब तीन कैंटीन हो गई 20-25 रिटेलर हो गए तो मशीन लानी पड़ेगी मशीन जब अच्छी तो और अब भाई आलू काटने की चिप्स बनाने की मशीन बहुत महंगी तो कौन करेगा तो मशीन को बारीकी से समझा बाजार से खुला पार्ट्स लेक आए खुद नहीं मशीन बना ली और कम चालू कर दिया
धीरे-धीरे उन्होंने पूरे गुजरात को कर किया गुजरात का 90% मार्केट शेर इनके हाथ में हर 100 मी की डिस्टेंस पे आपको बालाजी का प्रोडक्ट मिल जाएगा आज Balaji Wafers Owner Net Worth 2024 मैं 4000 crore की है
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